लोकतंत्र की आत्मा हैं पत्रकार और साहित्यकार : प्रेस क्लब समारोह में गूंजा सामाजिक सरोकारों का स्वर
शिक्षा, स्वास्थ्य और न्याय पर मंथन के साथ मध्यप्रदेश प्रेस क्लब का 33वां स्थापना समारोह संपन्न
भोपाल | उज्जैन- रघुवीर सिंह पंवार
लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखने वाली पत्रकारिता, साहित्य और सामाजिक चेतना का संगम रविवार को उस समय देखने को मिला, जब मध्यप्रदेश प्रेस क्लब ने अपना 33वां स्थापना वर्ष गरिमामय वातावरण में मनाया। यह समारोह केवल सम्मान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, मीडिया की भूमिका और सांस्कृतिक मूल्यों पर गहन विमर्श का मंच भी बना।
समाज को राह दिखाने की जिम्मेदारी मीडिया की : विधानसभा अध्यक्ष
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि पत्रकारिता और साहित्य समाज की आत्मा होते हैं। ये दोनों मिलकर समाज में चेतना का संचार करते हैं और आमजन को सच से जोड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब मूल्यों का क्षरण दिखाई देता है, ऐसे दौर में जिम्मेदार पत्रकारिता की भूमिका और अधिक बढ़ जाती है।
श्री तोमर ने प्रेस क्लब द्वारा प्रदेश की प्रतिभाओं को सम्मानित करने की परंपरा की सराहना करते हुए कहा कि इससे नई पीढ़ी को सकारात्मक दिशा और प्रेरणा मिलती है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे आयोजन शैक्षणिक संस्थानों में हों, ताकि युवा सीधे प्रेरक व्यक्तित्वों से संवाद कर सकें।
त्वरित न्याय बिना विकास अधूरा : न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल
राम जन्मभूमि प्रकरण के ऐतिहासिक निर्णय से जुड़े न्यायमूर्ति श्री सुधीर अग्रवाल ने कहा कि विकास की बात तभी सार्थक है, जब गरीब और सामान्य व्यक्ति को समय पर न्याय, अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें।
उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों मुकदमे लंबित हैं और आम आदमी न्याय के लिए वर्षों भटकता है, जबकि प्रभावशाली लोगों के मामलों में त्वरित सुनवाई हो जाती है—यह स्थिति समान न्याय के सिद्धांत के विपरीत है।
न्यायमूर्ति अग्रवाल ने सुझाव दिया कि देश के विभिन्न हिस्सों में सुप्रीम कोर्ट की बेंचें स्थापित की जानी चाहिए, ताकि आम नागरिक को न्याय तक आसान पहुंच मिल सके।
भाषा, संस्कृति और मर्यादा की रक्षा में मीडिया की भूमिका
पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि समाज में बढ़ती कटुता और भाषायी असहिष्णुता चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि मीडिया को भाषा की मर्यादा और सांस्कृतिक गरिमा का प्रहरी बनना होगा। तीर्थ स्थलों को केवल पर्यटन स्थल की तरह देखने की प्रवृत्ति पर भी उन्होंने चिंता जताई।
प्रेस क्लब निभा रहा सामाजिक उत्तरदायित्व
प्रारंभ में मध्यप्रदेश प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. नवीन आनंद जोशी ने कहा कि क्लब का उद्देश्य केवल पत्रकारों का संगठन बनना नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वाली विभूतियों को सम्मानित करना इसी दायित्व का हिस्सा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया। कार्यक्रम संचालन आशीष दवे ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. शिशिर उपाध्याय ने किया।
प्रदेश की शान बढ़ाने वाली विभूतियों का सम्मान
समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली हस्तियों को ‘मध्यप्रदेश रत्न’ और ‘मध्यप्रदेश श्री’ सम्मान प्रदान किए गए। खेल, कला, पत्रकारिता, शिक्षा, रक्षा, आयुर्वेद और सिनेमा से जुड़ी विभूतियों की उपस्थिति ने समारोह को विशेष बना दिया।
मध्यप्रदेश प्रेस क्लब समाचार, पत्रकारिता और समाज, प्रेस क्लब स्थापना दिवस, नरेंद्र सिंह तोमर बयान, न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल विचार, मीडिया की भूमिका, हिंदी न्यूज़ ब्लॉग, भोपाल समाचार


Comments
Post a Comment