विश्व एड्स दिवस पर उज्जैन में जन-जागरूकता रैली का आयोजन

 विश्व एड्स दिवस 2025: उज्जैन में जागरूकता रैली, एचआईवी–एड्स से बचाव का संदेश

सही जानकारी और सुरक्षित व्यवहार ही बचाव का रास्ता



उज्जैन | सोमवार, 1 दिसम्बर 2025 

विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार को जिला मुख्यालय उज्जैन में जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। ‘विश्व एड्स दिवस 2025’ थीम — “सही रास्ता अपनाएं, मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार” — के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, नर्सिंग कॉलेज, टीबी एवं एचआईवी यूनिट सहित विभिन्न संस्थानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से सुबह 9:30 बजे डॉ. रवींद्र कुमार पाल ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस अवसर पर जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. अरुण कुमार कुशवाह, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, नर्सिंग महाविद्यालय की छात्राएं एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।

रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए क्षीरसागर ग्राउंड पर संपन्न हुई। लोगों को एचआईवी/एड्स से जुड़े तथ्य, भ्रांतियों और रोकथाम संबंधी जानकारी पोस्टर, नारों और जागरूकता संदेशों के माध्यम से दी गई।


एचआईवी/एड्स क्या है?

एड्स एक गंभीर अवस्था है जो एचआईवी वायरस के कारण विकसित होती है। यह वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे कम कर देता है, जिससे व्यक्ति कई संक्रमणों और रोगों का शिकार हो जाता है।

एचआईवी फैलने के प्रमुख कारण

  • असुरक्षित यौन संबंध

  • संक्रमित रक्त चढ़ाना

  • संक्रमित सुई या सीरिंज का उपयोग

  • एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला से शिशु तक संक्रमण


रोकथाम कैसे करें?

  • जीवनसाथी के प्रति वफादार रहें

  • यौन संबंध से पूर्व सदैव निरोध का उपयोग

  • रक्त चढ़ाने से पहले उसकी जांच अनिवार्य

  • हमेशा डिस्पोजेबल सुई व सीरिंज का उपयोग

  • गर्भवती महिला, टीबी रोगी एवं जोखिम समूह की नियमित एचआईवी जांच

प्रदेश में आईसीटीसी केंद्र, एआरटी केंद्र, जिला चिकित्सालय एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में नि:शुल्क जांच एवं उपचार सुविधा उपलब्ध है।


भ्रांतियों का खंडन

एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को छूने, साथ रहने, साथ खाने, मच्छर काटने, छींक-खांसी से संक्रमण नहीं फैलता। समाज को ऐसी भ्रांतियों से ऊपर उठकर एचआईवी पीड़ितों के प्रति सहयोगी और संवेदनशील होना चाहिए। उचित इलाज और एआरटी दवाओं से वे सामान्य जीवन जी सकते हैं।



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