अंतरराज्यीय जेसीबी चोर गिरोह का पर्दाफाश: पानबिहार पुलिस की बड़ी सफलता
किराये पर ली गई जेसीबी मशीनें महाराष्ट्र में बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार, एक जेसीबी बरामद
उज्जैन (मध्य प्रदेश) : सोमवार, 1 दिसम्बर 2025
पानबिहार चौकी पुलिस ने एक सुनियोजित कार्रवाई में ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है जो जेसीबी मशीनों को किराए पर लेकर मध्य प्रदेश की सीमाओं को पार कर महाराष्ट्र में बेच देते थे। इस मामले में रतलाम से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों — इब्राहिम, रईस और नईम — की निशानदेही पर पुलिस ने महाराष्ट्र के धूलिया से एक चोरी की जेसीबी बरामद की है। बरामद जेसीबी का अनुमानित मूल्य लगभग आठ लाख रुपये बताया जा रहा है।
घटना का तरीका और गिरोह की साज़िश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह गिरोह योजनाबद्ध तरीके से जेसीबी मशीनों को स्थानीय ठेकेदारों और मशीन मालिकों से किराये पर लेता था। किराये की शर्तों और दस्तावेजों की उंगली चेकिंग में कमी का फायदा उठाकर वे मशीनों को सीमा पार ले जाते और वहां स्थानीय दलालों की मदद से बेच देते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ में इस अंतरराज्यीय ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी मिली है, जिससे पुलिस को मामले की जड़ तक पहुँचने में मदद मिली।
गिरफ्तारी और पूछताछ
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पुलिस ने रतलाम के आसपास विशेष तलाशी और खुफिया इनपुट के बाद इब्राहिम, रईस और नईम को हिरासत में लिया।
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आरोपियों के बयान और निशानदेही के आधार पर पानबिहार पुलिस की टीम महाराष्ट्र में दबिश देकर धूलिया से चोरी की जेसीबी जब्त करने में सफल हुई।
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पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने अन्य सहयोगियों और बेची गई मशीनों के संभावित स्थानों की भी जानकारी दी है, जिसकी पुलिस अब तहकीकात कर रही है।
बरामदगी और मूल्यांकन
पुलिस ने बरामद जेसीबी की मौलिक पहचान और दस्तावेजों की पड़ताल की। प्रारंभिक आकलन के अनुसार बरामद मशीन की अनुमानित कीमत करीब ₹8,00,000 (आठ लाख रुपये) है। मशीन की असली मालिकी एवं चोरी की तारीख-व-समय का सत्यापन आगे चल रही जांच का हिस्सा है।
पुलिस का बयान और अगले कदम
पानबिहार चौकी प्रभारी जयंत डामोर ने कहा, “यह गिरोह लंबे समय से ऐसी वारदातों में लिप्त था। गिरफ्तारियों और बरामदगी से क्षेत्र के जेसीबी मालिकों और ठेकेदारों को बड़ी राहत मिली है। हम गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके स्थानीय संपर्कों का पता लगा रहे हैं ताकि पूरे नेटवर्क को जड़ से समाप्त किया जा सके।”
पुलिस ने कहा कि मशीनें किराए पर देते समय दस्तावेज़ों की गहन जांच, किरायेदार की पहचान की पुष्टि और समय-समय पर मशीन की लोकेशन मॉनिटरिंग करना आवश्यक है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
कानूनी कार्रवाई
तीनों आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आगे की छानबीन और साक्ष्य संकलन के बाद आरोपियों के खिलाफ संगठित तरीके से आरोप तय किए जाएंगे।
सुझाव — ठेकेदारों और मशीन मालिकों के लिए अहम टिप्स
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जेसीबी/भारी मशीनें किराये पर देते समय पहचान दस्तावेज़ और पते की सत्यापन अनिवार्य करें।
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मशीन पर GPS/ट्रैकर लगवाएं और चालान व अनुबंध में मशीन-लिफ्टिंग तथा ब्रेकिंग क्लॉज़ जोड़ें।
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किराएदार का प्री-रेकॉर्ड और पृष्ठभूमि जांच लें; उच्च मूल्य की मशीनों के लिए अग्रिम भुगतान और सिक्योरिटी राशि रखें।
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शक होने पर तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें और मशीन की लोकेशन साझा करें।

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